संस्कृत में आवेदन पत्र लेखन सीखे – Learn How To Write Application In Sanskrit
संस्कृत में आवेदन पत्र लेखन सीखे – How To Write Application In Sanskrit – संस्कृत में आवेदन पत्र लेखन. संस्कृत जिसे देव भाषा के रूप मे भी जाना जाता है भारतीय संस्कृति के विरासत का प्रतीक है। संस्कृत भारत व विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषाओ मे से एक है तथा अनेक भाषाओ की जननी संस्कृत ही है। वर्तमान मे संस्कृत देश मे कम बोले जाने वाली भाषा बन गई है परंतु इसके महत्वता से हम सब परिचित है और इसीलिए आज देश के विभिन्न स्कूलो व कालेजो मे इसे विशेष रूप से प्राथमिकता दी जा रही है। In this article we will guide you on Sanskrit Mein Application Likhna Seekhe (sanskrit mein patra lekhan).
इस आर्टिकल में हम संस्कृत में अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र आपके साथ साझा कर रहे हैं जो कि स्कूल के विध्यार्थियों के साथ ही विभिन्न संस्कृत प्रेमियो के लिए महत्वपूर्ण है।
पत्रलेखन क्या है?
पत्रलेखन एक कला है। जिसके माध्यम से सगे-संबंधियों, मित्रों, परिचितों, कार्यालयों और अन्य व्यक्तियों तक अपने विचार प्रकट किए जाते हैं।
पत्र लेखन एक Effective Skill और एक सशक्त मध्यम है अपने विचारों को दूसरों तक पहुँचाने या संप्रेषित करने का, इस Article में Sanskrit Application और Sanskrit Application for Sick Leave लिखना सीखेंगे एक बहुत ही Easy format में जो आप कभी नहीं भूल पाएंगे, तो चलिए start करते हैं।
Application In Sanskrit – Hindi
Application लिखने के क्रम में कुछ बातों को हमेशा ध्यान में रखा चाहिए
- पत्र की भाषा शुद्ध और आसान होनी चाहिए।
- एक अनुछेद में एक ही बात की चर्चा होनी चाहिए।
- पत्र में अनावश्यक बातें नहीं लिखनी चाहिए, जिसका कोई तात्पर्य न हो।
- पत्र की जो मुख्य बातें हैं, वह सही जगह लिखनी चाहिए, क्योंकि पत्र एक फोर्मेट में लिखा जाता है।
Application In Sanskrit कितने प्रकार के होते हैं?
संस्कृत में पत्र लेखन/Sanskrit Application मुख्य रूप से Two Types के होते हैं –
- औपचारिक पत्र
- अनौपचारिक पत्र
औपचारिक पत्र
औपचारिक पत्र – ऐसे पत्र उन व्यक्तियों को लिखे जाते हैं, जिनके साथ व्यक्तिगत संबंध नहीं होते हैं । इनमें – प्रार्थना पत्र, आवेदन पत्र, कार्यालयी पत्र, सरकारी पत्र, व्यावसायिक पत्र आदि आते हैं।
अनौपचारिक पत्र
अनौपचारिक पत्र – ऐसे पत्र उन व्यक्तियों को लिखे जाते हैं, जिनके साथ आत्मिक (निकटता) संबंध या पारिवारिक संबंध होते हैं। संबंधियों, मित्रों और परिचितों को लिखे जाने वाले पत्र अनौपचारिक पत्र होते हैं। इन पत्रों में अनौपचारिकता के स्थान पर आत्मीयता होती है।
How To Write Application In Sanskrit For Leave
Application In Sanskrit For Sick Leave: Format
सेवायाम्
श्रीमान…………(1)……………………
पता…..(2)……..
विषयः-………………(3)………………………..
महाशयः,
सविनयं निवेदनं अस्ति यत् …………………………….(4)……………………….. । अस्मात् कारणात् अहं दिनांकात्……………………….(5)…………………………… तावत् विद्यालयं आगन्तुं असमर्थः अस्मि ।
अतः श्रीमतः प्रार्थनां अस्ति यत् मह्यं उक्त अवकाशं दत्वा उपकुर्वन्तु।
भवतां छात्रः / छात्रा
नमः – ……….(6)……….
वर्ग:- ……..(7)………….
अनुक्रमांकः – ….(8)……
उपरोक्त खाली स्थान में निम्नाकित शब्दों को क्रम के अनुसार लिखे, आवेदन पत्र पूर्ण हो जायेगा –
- क्रमांक 1 में – कार्यालय के प्रधान का पद नाम, यथा:- प्रधानाचार्यः / प्रधानाध्यापकः
- क्रमांक 2 में – कार्यालय का पता, जैसे: उत्क्रमित उच्च विद्यालय विरहुतः, बोधगया (गया)
- क्रमांक 3 में – छुट्टी लेने का विषय या करण, जैसे: अवकाशार्थं प्रार्थना पत्रम् या विद्यालय-शुल्काय क्षमा पत्रम् या याचना पत्रं इत्यादि।
- क्रमांक 4 में – पत्र विषय, यथा:- मम भ्रातः विवाहः भविष्यति या अहं अतिज्वरेण पीड़ित: अस्मि या मम जन्मदिवस उत्सवः स्वः भविष्यति या अहं उदर्वेदनया पीड़ित: अस्मि इत्यादि।
- क्रमांक 5 में – अवकाश की तिथि, यथा – 10-10-2023 – 12-10-2023
- क्रमांक 6 में – अपना नाम लिखें , यथा:- महेश कुमार रामः / गीता कुमारी
- क्रमांक 7 में – वर्ग का नाम, जैसे: दशम्/नवम्
- क्रमांक 8 में – विद्यार्थी का रौल नम्बर, यथा:- 2
Application In Sanskrit – Easy Format
सेवायाम्
श्रीमान………………(1)……………………..
पता………..(2)……………
विषयः-……………..(3)……………………..
महाशयः,
सविनयं निवेदनं अस्ति यत् मम पिता एकः निर्धनः …………………..(4)………………………अस्ति। तस्य मासिक आयः अति न्यूनः अस्ति। च मम परिवारे पञचा सदस्याः सन्ति। येषां भरणोपोषणं एव कष्टेन भवति। अस्मात् कारणात विद्यालयस्य……………(5)…………प्रदानं अति कठिनं अस्ति।
अतः श्रीमतः प्रार्थना अस्ति यत् मम विद्यालयस्य……(6)….. क्षमा कुर्वन्तु।
भवतां शिष्यः / शिष्या
नामः – …….(7)……..
वर्ग:- …….(8)………
अनुक्रमांकः – ….(9)…
उपरोक्त खाली जगहों में निम्नांकित शब्दों को लिखे, जिससे पत्र पूर्ण हो जायेगा:
- क्रमांक 1 में – कार्यालय के प्रधान का पद नाम, यथा:- प्रधानाचार्यः / प्रधानाध्यापकः
- क्रमांक 2 में – कार्यालय का पता, जैसे:- उत्क्रमित उच्च विद्यालय विरहुतः, बोधगया (गया)
- क्रमांक 3 में – छुट्टी लेने का विषय या कारण यथा: विद्यालय-शुल्काय क्षमा पत्रम् या याचना पत्रं आदि।
- क्रमांक 4 में – पत्र विषय, यथा:- कृषकः या शिक्षकः या मजदूर: या वाहन चालकः या कर्मचारी आदि।
- क्रमांक 5 में – शुल्कं
- क्रमांक 6 में – शुल्कं
- क्रमांक 7 में – विद्यार्थी का नाम, यथा:- महेश कुमार रामः / सुधा कुमारी
- क्रमांक 8 में – वर्ग का नाम, यथा:- दशम्
- क्रमांक 9 में – विद्यार्थी का रौल नम्बर, यथा:- 6
Application In Sanskrit Easy format: अनौपचारिक पत्र लेखन
पूज्यवर / पूज्यनीया……(1)…… स्थानः ….(3)…
चरणेषु…….(2)……… दिनांकः …(4)…
–
अहम् अत्र कुशलं तत्रास्तु। अस्मिन पत्रेण कथनीयं अस्ति यत् अहं विद्या अध्ययने मनोयोगेन लीनः अस्मि। च अहं आशां करोमि यत् अस्मिन् वर्षे परीक्षायां सर्वप्रथम क्रमांके उत्तीर्ण: भविष्यति।
अतः ……………(5)………….प्रेषयतु। मातृचरणयोः मम प्रणाम:। श्रेष्ठेभ्योः नमः कनिष्ठेभ्योः स्नेहः।
भवतां पुत्रः / पुत्री
नाम:- …….(6)…….
उपरोक्त रिक्त स्थानों में निम्नांकित शब्दों को लिखे, इससे पत्र पूर्ण हो जायेगा –
- क्रमांक 1 में – संबंधी का संबंध, यथा:- पिताश्री: या माताश्री: या पिताजीवः या भ्रातः इत्यादि।
- क्रमांक 2 में – प्रणामः / चरणस्पर्शः
- क्रमांक 3 में – स्थान का नाम, यथा:- गया / पटना
- क्रमांक 4 में – पत्र की तिथि, यथा:- 10-10-2023
- क्रमांक 5 में – पत्र का विषय, यथा:- पुस्तकादिव्ययस्य कृते धनं
- क्रमांक 6 में – अपना नाम, यथा:- रमेश कुमारः / पुष्पा कुमारी
Application In Sanskrit – अनौपचारिक पत्रलेखन
प्रिय मित्र…….(1)………. स्थान-……(3)……..
सप्रेम….(2)…… दिनांक-……(4)…….
अत्र कुशलं तत्रास्तु। तव पत्रं मया प्राप्तं कुशलतां ज्ञात्वा प्रसन्नता जाता। विशेषरूपेण अनुरोधं अस्ति यत् ……………………(5)…………………….। अस्मिन् अवसरे भवान्…….(6)…….. दिवस पूर्वमेव आगत्य अस्य कार्यक्रमस्य शोभां वर्धस्व।
भवतः मित्रम्
नामः …..(7)….
उपरोक्त खाली स्थान में निम्न शब्दों को लिखेंगे, पत्र पूर्ण हो जायेगा –
- क्रमांक 1 में – संबंधी का नाम, यथा:- रमेश कुमारः, दीपेशः
- क्रमांक 2 में – संबोधन शब्द, जैसे: नमस्ते या नमः या नमस्कारः या नमोनमः
- क्रमांक 3 में – स्थान का नाम, यथा:- गया (बिहार)
- क्रमांक 4 में – पत्र की तिथि, यथा:- 10- 02-2024
- क्रमांक 5 में – पत्र विषय, यथा:- मम जन्मदिवस उत्सवः स्वः भविष्यति या मम भागिन्या विवाहः अग्रे मासे भविष्यति या अप्रैल मासे मम विद्यालयस्य वार्षिकोत्सवः भविष्यति, इत्यादि।
- क्रमांक 6 में – दिवस संख्या, यथा:- पञ्च, दश
- क्रमांक 7 में – अपना नाम, यथा:- महेश कुमार रामः , श्यामा कुमारी
How to write Application in Sanskrit
सेवायाम्
श्रीमान् प्रधानाचार्य महोदयः
उत्क्रमित उच्च विद्यालय, विहुतः (बोधगया)
विषयः – अवकाशार्थं प्रार्थना पत्रम्
महाशयः,
सविनयं निवेदनं अस्ति यत् मम अग्रजः भ्रातः विवाहः भविष्यति। अस्मात् कारणात् अहम् दिनांकात् 10-02-2024 – 12-02-2024 तावत् विद्यालयं आगन्तुम् असमर्थः अस्मि।
अतः श्रीमतः प्रार्थनां अस्ति यत् मह्यम् उक्त अवकाशं दत्वा उपकुर्वन्तु अनुगृहण्तु वा।
भवताम् शिष्यः/शिष्या
नामः – महेश कुमार रामः
वर्ग:- दशम्
अनुक्रमांकः – 2
Application In Sanskrit – संस्कृत में आवेदन पत्र
सेवायाम्
श्रीमान् प्रधानाचार्य महोदयः
उत्क्रमित उच्च विद्यालय, विरहुतः (बोधगया)
विषयः- विद्यालय-शुल्काय क्षमा पत्रम्
महाशयः,
सविनयं निवेदनं अस्ति यत् मम पिता एकः निर्धनः कृषकः अस्ति। तस्य मासिक आयः अति न्यूनः अस्ति। च ममपरिवारे पञ्च सदस्याः सन्ति। येषां भरणपोषणं एव कष्टेन भवति। अस्मात् कारणात् विद्यालयस्य शुल्कं प्रदानं अति कठिनं अस्ति।
अतः श्रीमतः सविनम्र प्रार्थनां अस्ति यत् मम विद्यालयस्य शुल्कादि क्षमा कुर्वन्तु।
भवतां निष्ठावान् शिष्यः / शिष्या
नामः- महेश कुमार रामः
वर्ग:- दशम्
अनुक्रमांकः – 2
Application In Sanskrit – अनौपचारिक पत्रम्
परमपूज्य पितृमहाभागः गया
चरणेषु प्रणामः 10 – 10 – 2023
अत्र कुशलं तत्रास्तु। अस्मिन् पत्रेण कथनीयं अस्ति यत् मम वार्षिक परीक्षा समाप्तिं गता। अस्माकं विद्यालयस्य सर्वे छात्राः शिक्षकैः सह शैक्षिक भ्रमनार्थं गमिष्यन्ति। अहमपि अस्यां भ्रमनार्थं गंतुम इच्छामि।
एतदर्थं भवतः मम मार्ग व्ययार्थं रूप्यकानि संप्रेषयन्तु। च मातृचरणयोः मम प्रणामः। श्रेष्ठेभ्योः प्रणामः कनिष्ठेभ्योः स्नेहः।
भवताम् पुत्रः / पुत्री का
नामः- महेश कुमार रामः
स्थानः – गया (बिहार)
Application In Sanskrit – Sanskrit Avedan
प्रिय मित्र – महेश कुमार रामः गया
सप्रेम नमस्ते! 10 – 10 – 2023
अत्र कुशलं तत्रास्तु। तव पत्रं मया प्राप्तम् कुशलतां ज्ञात्वा प्रसन्नता जाता। विशेषरूपेण अनुरोधं अस्ति यत् मम भागिन्या विवाहः अग्रे मासे भविष्यति। अस्मिन् अवसरे भवान् पञ्च दिवसः पूर्वमेव आगत्य अस्य कार्यक्रमस्य शोभां वर्धस्व।
भवतः मित्रम्
प्रियांशु कुमारः
Write Two Days Leave Application In Sanskrit (संस्कृत में अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र)
श्रीमन्त: प्राचार्यमहोदया:
शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय:
दमोहनगरम् मध्यप्रदेश:
विषय:- अवकाशार्थं प्रार्थनापत्रम् ।
श्रीमन्त:
सेवायां सविनयं निवेदनम् इदं यद अहम् अघ अकस्माद् ज्वरपीडित: अस्मि। अत एव विद्यालयम् आगन्तु सर्वथा असमर्थ: अस्थि। कृपया 16-10-2023 दिनांकात् 17-10-2023 दिनांकपर्यन्तं पच्चदिवसानाम् अवकाशं यच्छन्तु इति। सविनियं प्रार्थयामि।
भवदीय: शिष्या:
(अ, ब, स)
कक्षा दशमी ‘ब” वर्ग:
दिनांक: (19-02-2024)
Application for Sick Leave in Sanskrit | बीमारी के कारण अवकाश प्रार्थना पत्र संस्कृत में
सेवायाम्,
श्रीमन्तः प्रधानाध्यापक महोदय:, राजकीय-माध्यमिक-विद्यालयः, सीकरम् । विषय-द्वि दिवसस्य अवकाशार्थम् ।
महोदयः,
सविनयं निवेदनम् अस्ति यत् अहं ज्वरपीड़या रुग्णोऽस्मि । अतः विद्यालये आगन्तुं न शक्नोमि । अस्मात् कारणात् दिनांकः १६-१०-२०२३ तः १७-१०-२०२३ पर्यन्तं दिवसत्रयस्य अवकाशं दत्वा कृतार्थयन्तु भवन्तः । सधन्यवादः ।
भवताम् आज्ञापालकः शिष्यः
दिनांक : १६-१०-२०२३ ई
कक्षा-सप्तम् ‘अ’ गोपालः
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